छत्तीसगढ़:बीजापुर जिले से अगवा ASI की नक्सलियों ने की हत्या
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक और कायरतापूर्ण हिमाकत की है, नक्सलियों ने एक पुलिस के एएसआई की हत्या कर दी है, पुलिस अधिकारी ने बताया है कि नक्सलियों ने एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (एएसआई) को अगवा कर लिया था, पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि छत्तीसगढ़ पुलिस के एएसआई मुरली की पोस्टिंग वर्तमान में जगदलपुर में थी, जब वह अपनी बीमार मां से मिलने के लिए बीजापुर में अपने पैतृक गांव पलनार गए थे, तभी नक्सलियों ने उनका अपहरण कर लिया था।
पुलिस अधीक्षक कमलोचन कश्यप ने बताया है कि 21 अप्रैल को राज्य के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के पालनार गांव से बुधवार को नक्सलियों ने पुलिस उप निरीक्षक मुरली ताती का अपहरण कर लिया था।
नक्सलियों ने असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के शव को एक गांव के पास गंगालूर में फेंक दिया, शव के पास एक लैटर भी दिया गया था जिसमें लिखा था”जनता की अदालत ने इसे सजा दी है”
ASI नक्सलियों की हिट-लिस्ट में थे शामिल
बता दें कि एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि मुरली ताती सहायक कांस्टेबल के रूप में पुलिस में शामिल हुए थे और बीजापुर में कुछ सबसे महत्वपूर्ण नक्सल विरोधी अभियानों में शामिल रहे हैं. इसी दौरान उनके गांव से नक्सलियों ने उसे अगवा कर लिया और अपने साथ ले गए. वो इलाका गंगालूर थाना क्षेत्र में आता है. एएसआई की तलाश की जा रही है. वह बहुत लंबे समय से माओवादियों की हिट-लिस्ट में शामिल थे।
पुलिस ढंढने का कर रही थी प्रयास

बस्तर रेंज के पुलिस आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि बुधवार की रात को चेरपाल रोड के पास लापता एएसआई के शव के बारे में जानकारी गलत मिली है, हमें खुफिया इनपुट की सूचना पर जानकारी मिल रही है कि वह पलनार के पास कहीं सुरक्षित हैं, सुरक्षाबलों की टीम ने उनके सटीक स्थान का पता लगाने और उसे सुरक्षित वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं. जबकि परिवार के सदस्य और गांव वाले इस मामले में हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
गौरतलब है कि 3 अप्रैल को नक्सलियों ने सीआरपीएफ के कोबरा यूनिट के कमांडो को नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था. जिसके बाद पुलिस और सरकार की पहल के चलते हालांकि, बाद में नक्सलियों ने जवान को रिहा कर दिया था, नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में बीते दिनों 22 जवान शहीद हो गए थे. और 30 से ज्यादा सीआरपीएफ के सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं।
