दूषित पेयजल व्यवस्था में तत्काल सुधार लाने निगम आयुक्त श्री रघुवंशी ने बीएसपी प्रबंधन को भेजा पत्र

•दूषित पेयजल प्रदाय करने से महामारी फैलने से नहीं किया जा सकता इनकार, तत्काल व्यवस्था नहीं सुधरी तो महामारी एक्ट तहत होगी कार्यवाही

•सेक्टर 01 से लेकर सेक्टर 10 तथा अन्य क्षेत्र के पानी सेम्पलिंग की जांच में कई खामियों के साथ टर्बिडिटी की मात्रा अधिक

•दूषित पेयजल मिलने से लोगों के स्वास्थ्य के साथ हो रहा है खिलवाड़, शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं करा पा रहा बीएसपी प्रबंधन

मनीष चौबे:-भिलाईनगर/ ख़बरें छत्तीसगढ़:बीएसपी टाउनशिप क्षेत्र में बीएसपी प्रबंधन द्वारा प्रदाय किये जा रहे पेयजल को लेकर लगातार शिकायते प्राप्त हो रही है, वहीं जब निगम के जल शोधन संयंत्र में बीएसपी द्वारा प्रदाय किये जा रहे सेक्टर 1 से लेकर सेक्टर 10 तथा हॉस्पिटल सेक्टर, रिशाली सेक्टर, रूआबांधा सेक्टर, मरोदा सेक्टर के पानी के सैम्पल की जांच की गई तो कई खामियां उजागर हुई तथा टर्बिडिटी की मात्रा अधिक पाई गई, रंग भी मटमैला पाया गया। बीएसपी प्रबंधन द्वारा अशुद्ध पेयजल प्रदाय कर लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। अशुद्ध पेयजल के उपयोग से लोगों के स्वास्थ्य में विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। पीलीया एवं अन्य बीमारियों के शिकार होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता। 17 मई को कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे द्वारा पानी की शुद्धता को लेकर ली गई बैठक में बीएसपी को दिये गये निर्देश के बाद भी प्रबंधन द्वारा कोई भी ठोस कदम आज तक नहीं लिये गये है। लोगों को खराब पानी पीने पर मजबूर होना पड़ रहा है। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने इसे गंभीरता से लिया है। कलेक्टर के निर्देश पर आज निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी, जल संसाधन विभाग के अधिकारी, पीएचई विभाग के अधिकारी एवं निगम के जलकार्य विभाग के अधिकारी बीएसपी के फिल्टर प्लांट पहुंचे। उन्होंने बीएसपी प्रबंधन द्वारा शुद्ध पेयजल की उपलब्धता को लेकर कई स्तर पर चर्चा की और चर्चा उपरांत अभी तक के प्रयास को नाकाम बताया, क्योंकि लोगों के घर अभी भी शुद्ध पेयजल प्रदाय नहीं हो रहा है। संयुक्त टीम द्वारा फिल्टर प्लांट के राॅ वाॅटर तथा ट्रीटमेंट के बाद का स्पाॅट पर ही सैंपल लिया गया। तत्पश्चात् संयुक्त रूप से सेक्टर 06 के पानी टंकी, सेक्टर 01 के पानी टंकी पहुंचकर सेम्पल लिये। इन टंकियों से सप्लाई होने वाले घरों में जाकर सैम्पल लिया गया। इस प्रकार से त्रिस्तरीय सैंपल लिया गया और रहवासियों के घरों से पानी लेकर उनसे पूछताछ की गई। सभी ने अशुद्ध पेयजल प्राप्त होने की बात कही। यहां तक की जब प्रारंभिक रूप से पानी नलों से आता है तो पानी गंदा और सीवर युक्त जैसे आने की जानकारी मिली। पानी का रंग भी मटमैला मिला, पानी में झाग बन रहा था तो वहीं पानी को पात्र में रखने के बाद नीचे गाद जैसा जमा हो रहा है। पानी को खाली करने के बाद पात्र में रंग छोड़ रहा है। यह भी संज्ञान में आया कि बीएसपी द्वारा प्रदाय किये जा रहे पाईपलाइन भी कई जगह से डेमेज है, इसमें झाड़िया उग आई है। अभी तक प्रबंधन ने शुद्ध पेयजल को लेकर कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया है, लोगों को पानी टैंकर या अन्य माध्यमों से भी शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। रहवासियों ने बताया कि पानी को खरीदकर पीने को मजबूर हो रहे है। बीएसपी प्रबंधन द्वारा अशुद्ध पेयजल प्रदाय करने के कारण टाउनशिप में महामारी फैलने से इंकार नहीं किया जा सकता। इन सभी परिस्थितियों को देखते हुये निगम आयुक्त ने दूषित पेयजल व्यवस्था में तत्काल सुधार लाने कहा है। इसके लिये उन्होंने बीएसपी के प्रभारी निदेशक को पत्र भी भेजा है। पत्र में उल्लेख है कि बीएसपी टाउनशिप क्षेत्र में प्रदाय किये जा रहे गंदे जल प्रदाय व्यवस्था में तत्काल प्रभाव से सुधार करते हुये शुद्ध पेयजल नागरिकों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे, अन्यथा की स्थिति में महामारी एक्ट 1987 यथा संशोधित 2020 प्रदत्त शक्तियों के अधीन बीएसपी प्रबंधन के विरूद्ध कार्यवाही की जावेगी। संयुक्त निरीक्षण के दौरान उपायुक्त अशोक द्विवेदी, जोन आयुक्त प्रीति सिंह, पीएचई विभाग से समीर शर्मा, जल संसाधन विभाग से एसडीओ गोपी शर्मा, उप अभियंता राजकुमार, कार्यपालन अभियंता संजय शर्मा, सहायक अभियंता बृजेश श्रीवास्तव एवं आरके साहू, उप अभियंता वसीम खान, श्वेता महेश्वर एवं श्वेता वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे!

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