मध्यप्रदेश बहुचर्चित हनीट्रैप केस: हनीट्रैप मामले में फंसे मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, 2 जून को पेन ड्राइव लेने उनके बंगले पर पहुंचेगी SIT की टीम

ख़बरें छत्तीसगढ़/भोपाल:मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ अब एक नए मामले में फंसते नजर आ रहे हैं। राज्य के बहुचर्चित हनी ट्रैप केस की जांच कर रही एसआईटी ने कमलनाथ को नोटिस भेजा है। एसआईटी ने इस नोटिस में उन्हें सूचना दी है कि 2 जून को टीम पेन ड्राइव लेने और उनका बयान दर्ज करने के लिए उनके बंगले पर पहुंचेगी। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री उमंग सिंघार को फंसते देख कमलाथ ने कहा था कि उनके पास भी हनीट्रैप की पेन ड्राइव है। उनका इशारा था कि इस पेन ड्राइव में बीजेपी नेताओं के वीडियो हैं।
कमलनाथ के इस बयान को एसआईटी ने अपनी जांच में शामिल कर लिया।
अब जांच को आगे बढ़ाने के लिए एसआईटी उस पेन ड्राइव को अपने कब्जे में लेकर आगे का अनुसंधान करेगी। इसी लिए कमलनाथ को नोटिस भेजकर तय समय पर बंगले पर मौजूद रहने के लिए कहा गया है।
क्या है हनीट्रैप केस
आपको बता दें कि कमलनाथ सरकार में ही मध्य प्रदेश में हनीट्रैप उजागर हुआ। इस मामले में पांच महिलाएं और कुछ लोग प्रदेश के आला अधिकारियों और मंत्रियों का वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर रहे थे। एक महिला हनीट्रैप का इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह से 3 करोड़ रुपए मांग रही थी। हरभजन सिंह की शिकायत पर ही ये कार्रवाई हुई थी। उसके बाद हरभजन सिंह के साथ महिलाओं का वीडियो लीक हो गया था। इस दौरान एक बीजेपी नेता और बड़े आईएएस अफसर का भी वीडियो लीक हुआ था।