रायगढ़: रेलवे स्टेशन पर मिले बुजुर्ग के लिए ‘मसीहा’ बने इंस्पेक्टर उत्तम साहू, बुजुर्ग को डेढ़ महीने तक खाना और दी आंखों की रोशनी

रायगढ़:लॉकडाउन के दौरान पूरे देश में पुलिसकर्मियों ने मानवता की मिसाल पेश की है। छत्तीगढ़ स्थित रायगढ़ जिले भूपदेवपुर थाना प्रभारी ने मानवता की शानदार मिसाल पेश की है। इसके लिए सोशल मीडिया पर उनकी खूब तारीफ हो रही है। कई बड़े आईपीएस अधिकारियों ने इंस्पेक्टर उत्तम साहू के कार्य को सराहा है। उत्तम साहू ने फ्लेटफॉर्म पर मिले एक 75 वर्षीय बुजुर्ग को न केवल डेढ़ महीने तक भोजन कराया है बल्कि उनके आंखों की रोशनी भी लौटा दी है।

दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान रायगढ़ में सभी होटल और ढाबे बंद हो गए थे। इस दौरान एक ढाबे में काम करने वाले 75 वर्षीय बुजुर्ग के पास कोई काम नहीं था। लॉकडाउन होने के बाद बुजुर्ग स्टेशन पर आकर रहने लगे। इस दौरान जिले में एसपी के निर्देश पर पुलिसकर्मी असहाय बुजुर्गों को राशन वितरित कर रहे थे। भूपदेवपुर थाना प्रभारी उत्तम साहू को मुंगेली निवासी राकेश त्रिवेदी के बारे में जानकारी मिली। वह 55 सालों से अपने परिवार से दूर रहकर रायगढ़ स्थित होटल और ढाबों में काम करते थे।

स्टेशन पर मिले 75 वर्षीय बुजुर्ग

ढाबा बंद होने की वजह से 75 वर्षीय बुजुर्ग स्टेशन पर पड़े थे। इंस्पेक्टर उत्तम साहू को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने सुध ली। उसके बाद बुजुर्ग के लिए इंस्पेक्टर करीब डेढ़ महीने तक दोनों शाम का खाना भिजवाने लगे। साथ ही वक्त मिलने पर खुद भी देखने चले जाते थे। इस दौरान बुजुर्ग को दिखाई भी कम दे रही थी।

मोतियाबिंद का कराया ऑपरेशन

बुजुर्ग की आंखों की रोशनी कम थी। इंस्पेक्टर उत्तम साहू ने शहर के अस्पताल में उनका मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी कराया है। ऑपरेशन होने के बाद उनकी आंखों में रोशनी लौट आई है। 75 वर्षीय बुजुर्ग की रंगत अब पूरी तरह से बदल गई है। अब पहले की तुलना में वह साफ-सुथरा रहने लगे हैं।

रायगढ़ एसपी ने की तारीफ

वहीं, 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी और रायगढ़ एसपी संतोष सिंह ने इंस्पेक्टर उत्तम साहू की तारीफ की है। उन्होंने लिखा है कि लॉकडाउन में ढाबा बंद होने से वहां काम कर रहे एक 75 साल के निराश्रित बुजुर्ग फ्लेटफॉर्म पर रह रहे थे। पता चलने पर रायगढ़ के इंस्पेक्टर उत्तम साहू ने डेढ़ माह तक लगातार भोजन तो कराया ही साथ ही मोतियाबिंद के ऑपरेशन में सहयोग कर उनकी जिंदगी में रोशनी ला दी। उत्कृष्ट मानवीय कार्य।

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