भिलाई : दो दिन पहले हुई हत्या का पुलिस ने किया खुलासा, महंगी बाइक, कपड़े की चाह ने बना दिया हत्यारा
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दुर्गः हर इंसान के मन में इच्छाएं होती हैं लेकिन अगर इन इच्छाओं को काबू ना किया जाए तो ये जीवन बर्बाद भी कर सकती हैं ऐसा ही एक मामला दुर्ग जिले में सामने आया है, जहां एक युवक अपने महंगे शौक को पूरा करने के लिए हत्यारा बन गया फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद उसे अपने किए पर पछतावा हो रहा होगा।
ये है पुरा मामला
बता दें कि दुर्ग जिले में भिलाई के ग्राम नंदोरी में सेवा सहकारी समिति भवन है जहां किसान अपना पैसा जमा करते हैं 2 दिन पहले इस सहकारी भवन के चौकीदार की हत्या हो गई थी। अब पुलिस ने इस हत्या का खुलासा कर दिया है।
पुलिस के अनुसार, सहकारी समिति भवन के क्लर्क का बेटा नीतीश बंजारे (21 वर्ष) ही हत्यारा निकला है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है पुलिस का कहना है कि आरोपी ने अपना जुर्म कबूल भी कर लिया है।
महंगी बाइक और कपड़ों के शौक ने बनाया दिया हत्यारा
पुलिस पूछताछ में आरोपी नीतीश बंजारे ने बताया कि सोसाइटी की तिजोरी की चाबी उसके पिता के पास ही रहती थी. उसे पता चला कि सोसाइटी के लॉकर में किसानों द्वारा जमा कराए गए लाखों रुपए रखे हुए हैं. नीतीश को महंगी बाइक और कपड़े खरीदने का शौक है अपने इन्हीं शौक को पूरा करने के लिए नीतीश ने सोसाइटी की तिजोरी में रखे लाखों रुपए चुराने का प्लान बनाया।
इसके लिए नीतीश एक चोरी की बाइक से 16 जून की देर रात सोसाइटी भवन पहुंचा उसने सब्बल से सोसाइटी गेट का ताला तोड़ लिया और जिस कमरे में तिजोरी रखी थी वहां पहुंच गया. नीतीश ने अपने पिता की पेंट की जेब से तिजोरी की चाबी चुरा ली थी और उसकी मदद से वह आराम से तिजोरी खोल ही रहा था कि तभी आवाज सुनकर चौकीदार हरिशंकर वहां पहुंच गया हरिशंकर ने नीतीश को पहचान लिया और शोर मचाना शुरू कर दिया इससे नीतीश ने अपनी पोल खुलने के डर से सब्बल से चौकीदार के सीने पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई उसके बाद नीतीश ने तिजोरी से 8 लाख रुपए, सब्बल और टूटा ताला लेकर मौके से फरार हो गया।
ऐसे किया मामले का पुलिस ने खुलासा
घटना की सूचना पाकर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसे पता चल गया कि हत्यारा कहीं आसपास का ही है. इसके बाद पुलिस लोगों से पूछताछ की पुलिस को पता चला कि सोसाइटी में कई किसानों का पैसा जमा था और सोसाइटी में रखी तिजोरी की चाबी क्लर्क ओमप्रकाश बंजारे के पास थी. ओमप्रकाश का बड़ा बेटा रविशंकर बंजारे भी सोसाइटी में अतिरिक्त कर्मचारी के रूप में काम करता है पुलिस ने उससे पूछताछ की तो पता चला कि उसके छोटे भाई नीतीश ने उससे 16 जून को सोसाइटी में जमा रुपए के बारे में बात की थी इसके बाद पुलिस का शक नीतीश पर गया जिसके बाद पुलिस ने नीतीश को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया और बताया कि अपने महंगे शौक को पूरा करने के लिए उसने चोरी का प्लान बनाया था लेकिन मजबूरी में उसे चौकीदार की हत्या करनी पड़ी।
