बिलासपुर: यातायात पुलिस आरक्षक से बदसलूकी,पीसीसी की कार्रवाई पर टिकी दिग्गजों की निगाहें
बिलासपुर: यातायात पुलिस के साथ सार्वजनिक रूप से हुज्जाबाजी करना ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोपी थारवानी को भारी पड़ते दिखाई दे रहा है। पुलिस के बढ़ते दबाव के बीच सियासीतौर पर भी उनकी मुसीबत बढ़ते दिखाई दे रही है।अटकलें यह भी लगाई जा रही है कि गिरफ्तारी के लिए पुलिस का दबाव जितना बढ़ेगा अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए उसी हिसाब से मजबूत मैदान भी तैयार होगा। बहरहाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्रवाई पर दिग्गजों सहित कार्यकर्ताओं की नजरें भी लगी हुई है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन महामंत्री प्रशासन चंद्रशेखर शुक्ला के निर्देश पर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रमोद नायक ने ब्लाक अध्यक्ष थारवानी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे के भीतर जवाब पेश करने का निर्देश दिया था।
थारवानी ने तय समय सीमा के पहले अपना जवाब पेश कर दिया है। जवाब में उन्होंने अपनी तरफ से सफाई भी पेश की है।
उनका कहना है कि घटना के वक्त ट्रैफिक पुलिस के सिपाही वीडियो बना रहे थे। यातायात पुलिस ने सबसे पहले उनके साथ हुज्जताबाजी की। वीडिया से इस पक्ष को जानबूझकर कर गायब कर दिया है। जिस सड़क से जाने को लेकर यातायात पुलिस ने विवाद खड़ा किया वहां से दुकान जाने के लिए वही एकमात्र रास्ता है।
इसके बाद भी उन्होंने विवाद खड़ा किया और गालीगलौच की। इस घटना को पूरी तरह वीडियो से गायब कर दिया गया है। एकपक्षीय वीडियो बनाकर उनकी छवि का खराब करने की कोशिश की गई है। ब्लाक अध्यक्ष के जवाब को शहर अध्यक्ष ने हुबहू पीसीसी को सौंप दी हैं। आगे की कार्रवाई पीसीसी को करनी है।
गुटीय राजनीति जमकर हावी
जिला मुख्यालय में सत्ताधारी दल में गुटीय राजनीति जमकर हावी है। इस विवाद को हवा देने में भी आपसी गुटबाजी को ही बड़ा कारण माना जा रहा है। गुटीय सियासत के चलते सबसे पहले एक ब्लाक अध्यक्ष की कुर्सी जाती रही है।
शहर विधायक से दुर्व्यवहार के आरोप में पीसीसी ने ब्लाक कांग्रेस कमेटी एक के अध्यक्ष तैय्यब हुसैन को हटाकर उनकी जगह जावेद मेनन को कार्यकारी ब्लाक अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कमोबेश कुछ इसी तरह की स्थिति ब्लाक अध्यक्ष चार के साथ भी बनते दिखाई दे रही है। गेंद अब संगठन के खास लोगों के पाले में आ गया है। शह और मात का खेल भी भीतर ही भीतर जोरदार तरीके से चल रहा है।