भिलाई-3:सटोरियों पर नहीं है पुलिस का कोई अंकुश, सब जान कर भी पुलिस बन रही अंजान, निगरानी शुदा अपराधी बेख़ौफ़ होकर दे रहा अवैध कार्यों को अंजाम
हाइलाइट
•मुख्यमंत्री के निवास क्षेत्र में सटोरियों पर अंकुश लगाने में पुलिस नाकाम
•निगरानीशुदा अपराधी का हौसला बुलंद, पुलिस का नहीं है कोई खौफ
विस्तार
भिलाई 3:नगर में सट्टे का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। लोग बेख़ौफ़ होकर अपने काले धंधे का संचालन कर रहे हैं।सटोरियों पर पुलिस का कोई अंकुश नहीं है, सब जान कर भी पुलिस अंजान बन रही है।
पूरे नगर को सट्टे ने अपनी चपेट में ले लिया है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लोग अब खुलेआम सट्टा खेल रहे हैं और उनमें पुलिस का भी कोई डर नहीं नजर आता। वहीं पुलिस भी इस पूरे मामले पर अपनी आंखें मूंदे हुए हैं। नगर की तंग गलियों में काफी लोग सट्टे के धंधे में लगे हुए हैं। वहीं हालात देखकर लगता है कि इस पूरे मामले में कहीं ना कहीं पुलिस की भी मिलीभगत है? क्योंकि जिस तरह लोग खुलेआम सट्टा लगा रहे हैं, इसकी जानकारी पुलिस को होते हुए भी कोई कार्यवाई नहीं कि जाती हैं।
नवनिर्माणाधीन कोर्ट में कर रहा सट्टा पट्टी का अवैध कार्य
सूत्रों की मानें तो नगर में एक आदतन निगरानी शुदा अपराधी हेमंत साहू नव निर्माणाधीन कोर्ट को अपने कब्जे में लेकर वहा सट्टा का अवैध कारोबार कर रहा है। नगर में इसे अलावा महामाया पारा मछली मार्केट ,गोरमेंट स्कूल के पीछे, खुलेआम सट्टा पट्टी लिखा जा रहा है। इसके अतिरिक्त कई साइकिल स्टोर, पान ठेला, गुमटी की आड़ में भी सट्टा-पट्टी लिखने का खेल चल रहा है। नगर में पूरे तरीके से सट्टा कारोबारी पैर पसार चुका हैं। विडंबना यह है कि सट्टा के इस खेल में युवा और बुजुर्ग बड़ी संख्या में फंसे हुए हैं। अब तो विद्यार्थी, व्यवसायी और महिलाएं भी सट्टा खेलने के लिए पहुंचने लगी हैं।
माना जा रहा है कि नगर में रोजना लाखों रुपए का सट्टा खेला जा रहा है। नगर में धड़ल्ले से चल रहे इस कारोबार को थाने का खुला संरक्षण प्राप्त है?

इसका दुष्प्रभाव युवा वर्ग पर अधिक दिख रहा है। जहां युवा वर्ग के लोग सट्टा एवं जुआ जैसे संगीन अपराध में संलिप्त होते नजर आ रहे हैं, लेकिन इस अपराध को रोकने में भिलाई 3 पुलिस नाकाम साबित हो रही है, जिससे पुलिस प्रशासन की छवि धूमिल होती नजर आ रही है।

सट्टा एक नशा की तरह होता हैं, पहले लोग अपनी किस्मत आजमाते हैं फिर बाद में अपनी गाढ़ी कमाई को दोगुना करने के लालच में फंसकर धीरे-धीरे सबकुछ गंवा बैठते हैं। पुलिस इस अवैध कारोबार में लिप्त लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं करती है, कार्रवाई न होने की वजह से इस गोरखधंधे पर पूरी तरह अंकुश नहीं लग पा रहा है और अवैध कारोबार में लिप्त गिरोह के लोगों के हौंसले बुलंद हैं।
