विस्तारभिलाई:आज देश और देशवासी महंगाई और आर्थिक संकट की दौर से गुजर रहा है बढ़ती महंगाई के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है कोरोना के प्रकोप से बचने के लिए इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए जिन प्रोटीन वाले भोजन को दिनचर्या में शामिल करना है वो तो बढ़ती महंगाई के कारण भोजन की थाली से गायब सी हो गयी है ऊपर से पेट्रोल डीजल के बढ़ते दाम ने आम लोगो की बची खुची कमर भी तोड़ रखी है क्रूड ऑयल का रेट लगातार कम होने के बावजूद भी आज पेट्रोल का रेट 95.90 पैसा डीजल का रेट 95.50 पैसा हो गया है आम आदमी जी जेब मे केंद्र सरकार द्वारा लगातार डाका डाला जा रहा है जबकि अगर पेट्रोल डीजल को GST के दायरे में रखा गया तो केंद्र सरकार अधिक से अधिक 28% से ज्यादा का टैक्स देश की जनता से नही ले पायेगी और पेट्रोल डीजल का रेट सीधे लगभग आधा हो जायेगा, जिस महंगाई को डायन कह कर मोदी जी ने सरकार तक का सफर तय किया है आज सरकार में रहते रहते जब पूरा देश महंगाई का विरोध कर रहा है तब भी ये महंगाई मोदी जी को इतनी प्रिय हो गयी कि उस पर कुछ भी विचार कर जनता को राहत देने के लिए मोदी जी द्वारा कोई भी सकारात्मक कदम उठाने को तैयार नही है।