फर्जी राशन कार्ड मामला: मुख्यमंत्री के गृह जिले में ही हो रहा था फर्जीवाड़ा,फर्जी राशन कार्ड घोटाले में बड़ा ख़ुलासा
दुर्ग: छत्तीसगढ़ में फर्जी राशन कार्ड घोटाले का बड़ा खुलासा हुआ है।घोटाला सीएम भूपेश बघेल के गृह जिले दुर्ग से सामने आया है इस घोटाले का खुलासा खाद्य विभाग द्वारा पुलिस से की गई शिकायत के बाद हुआ है। दरअसल फर्जी तरीके से राशन कार्ड बनाकर सरकार को चूना लगाया जा रहा है
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि जिले के धमधा, दुर्ग और पाटन जनपद पंचायत सहित भिलाई 3,भिलाई नगर निगम क्षेत्र में 185 फर्जी राशन कार्ड बनाए गए हैं इनमें से 57 राशन कार्ड का उपयोग कर राशन निकाला गया है इस पूरे मामले की शिकायत खाद्य निरीक्षक दीपा वर्मा ने दुर्ग सिटी कोतवाली में दर्ज कराई है।
जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 419, 468, 467, 471 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
दरअसल जिले मे राशन कार्ड बनाने का अधिकार सिर्फ खाद्य विभाग को है,खाद्य विभाग के सिस्टम से ही राशन कार्ड बनाया जाता है, लेकिन माना जा रहा है कि फर्जीवाड़ा करने वालों ने अवकाश के दिन या फिर शाम को छुट्टी के बाद विभाग के सर्वर को हैक करके अज्ञात लोगों द्वारा फर्जी तरीके से राशन कार्ड बनाए गए हैं जांच में पता चला है कि राशन कार्ड बनाने के लिए 9 आईपी एड्रेस का उपयोग किया गया है. जिनकी पुलिस जांच कर रही है।
मामले की जांच के लिए पुलिस ने साइबर सेल को जानकारी भेजी है।पुलिस को संदेह है कि आईपी एड्रेस की जानकारी एनआईसी और खाद्य विभाग के सदस्यों को ही होती है, इसके अलावा किसी और को नहीं होती इसलिए पुलिस को संदेह है कि दोनों विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से ही फर्जी राशन कार्ड बनाने का काम किया गया है. इस फर्जीवाड़े से सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाया गया है. इस फर्जीवाड़े कुल 185 राशन कार्ड बनाया गए हैं।
