भिलाई: स्पा मसाज सेंटर बन रहा जिस्मफरोशी का अड्डा

रविकांत मिश्रा: भिलाई में नशे का कारोबार तो खुलेआम चल ही रहा है। मगर वहीं दूसरी तरफ स्पा सेंटरों में देह व्यापार का काला कारोबार जो कुछ दिन पहले ही पुलिस की कार्यवाही के बाद से बंद था। वह फिर से चलने लगा है। शहर और बाकी जगहों में जिस्मफरोशी का धंधा तेजी से अपना पांव पसार रहा है।

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बहुत ही सामान्य डिस्प्ले बोर्ड के साथ यह स्पा सेंटर यानी मसाज पार्लर वैसे नहीं होते जैसा बाहर से दिखाई देता हैं अंदर की दुनिया के बारे में अंदाजा लगाना तो दूर कोई यह सोच भी नहीं सकता कि बॉडी मसाज देने के नाम पर इन स्पा सेंटर में जिस्मफरोशी का काला धंधा संचालित होता है।

सेक्स पैकेज का ट्रेड बढ़ता जा रहा है,छत्तीसगढ़ के कई शहरों में यह ट्रेड काफी सालों से बना हुआ है। अपनी परेशानी को दूर करने के लिए बड़े घराने के लोगों ने एक अस्थान चुना था जो कि अब अलग ही रूप ले चुका है। थकान मिटाने के लिए चर्चित स्पा सेंटर अब देह व्यापार का रूप लेता जा रहा है भिलाई दुर्ग के कई स्पा सेंटरों में मसाज के नाम पर सेक्स के अलावा और कई अवैध कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है।

धंधे के लिए होता है सोशल मीडिया का इस्तेमाल

जिस्मफरोशी के लिए आजकल सोशल साइट का इस्तेमाल किया जा रहा है। सोशल मीडिया सेक्स रैकेट का सबसे आसान और बड़ा जरिया बन चुका है। देह व्यापार से जुड़े दलाल फेसबुक व्हाट्सएप इंस्टाग्राम ट्यूटर सहित कई सोशल साइट का इस्तेमाल कर रहे हैं। दलाल इसमें ग्राहकों को लड़कियों के फोटो और रेट शेयर करते हैं और इसके बाद ग्राहकों को स्पा सेंटर या किसी और ठिकाने पर बुला लेते हैं।

कैसे बदला जिस्मफरोशी का ट्रेड

दुर्ग भिलाई के हर छोटे बड़े होटलों से लेकर जिस्मफरोशी का धंधा बदनाम गलियों से निकलकर पॉश इलाकों और आलीशान बाजारों तक पहुंच चुका है पुलिस की आंख में धूल झोंकने के लिए दलालों ने अपना तरीका हाईटेक कर लिया है।

नशे के लिए दवा का उपयोग कर होती है जिस्मफरोशी

नशे के रूप में बेहोशी की दवा केटमाइन का उपयोग किया जाने लगा है अभी तक खांसी की दवा या नींद की दवा का इस्तेमाल ही नशे के रूप में किया जाता था।

लेकिन अब केटमाइन का प्रयोग नशा करने वाले युवाओं के बीच लोकप्रिय होता जा रहा है। विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि केटमाइन काफी कम लोग ही इसका उपयोग नशे के लिए कर रहे हैं। आमतौर पर पाउडर या टेबलेट का इस्तेमाल नशे के रूप में किया जाता है।केटमाइन देश के बड़े शहरों मुंबई दिल्ली कोलकाता में तो पहले ही पांव पसार चुका है,अब यह छत्तीसगढ़ में भी उपयोग में लाया जाने लगा है। ऐसे स्पा सेंटरों पर पुलिस प्रशासन को प्रभावी कार्रवाई कर तत्काल लगाम लगाने की जरूरत है।

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