बोरसी धनोरा रोड किनारे की जा रही अवैध प्लाटिंग, रातों रात बनाई जा रही मुरूम की सड़कें

By:Govinda Chouhan
दुर्ग: प्रदेश के वीआईपी जिले में अवैध प्लाटिंग पर लगाम लगता नहीं दिख रहा है यही कारण है कि शहर के पास इलाकों में अवैध प्लाटिंग की जाल बिछाने के बाद भू माफियाओं द्वारा आउटर के इलाकों में खेती जमीन के टुकड़े करने का खेल शुरू कर चुके हैं बोरसी से लेकर धनोरा के आसपास बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग हो रहे हैं। प्रशासन के राजस्व महकमे द्वारा कार्यवाही नहीं किए जाने के चलते अवैध कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है।

रिसाली नगर निगम बनने के साथ ही यहां आस-पास में भू माफिया सक्रिय हो गए हैं हालात यह है कि खेती जमीन को कई टुकड़ों में काटकर बेचा जा रहा है रातो रात उपजाऊ जमीन में मुरूम डालकर सड़क बनाए जा रहे हैं जबकि इसके लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई है ना ही कांटे रहे प्लाटों में बिजली पानी और सड़क तक की व्यवस्था नहीं की गई है लोगों को सस्ते दाम पर जमीन मिलने का झांसा देकर रजिस्ट्री तेजी से कराई जा रही है जबकि छोटे टुकड़े बेचने के लिए प्रशासन के टाउन प्लानिंग विभाग से अनुमति लेना जरूरी होता है इसके बाद भी राजेश महक में के नाक के नीचे व्यापक पैमाने पर अवैध प्लाटिंग को अंजाम दिया जा रहा है।
धड़ाधड़ हो रही रजिस्ट्री
बोरसी रोड में काटे जा रहे अवैध प्लाटिंग की बकायदा रजिस्ट्री हो रही है छोटे रकबे की रजिस्ट्री के लिए पटवारी से सांठगांठ कर नकल भी लिया जा रहा है राज्य शासन द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि 5 डिसमिल से कम की जगह को प्लॉटिंग नहीं किया जा सकता इसके लिए कालोनाइजर लाइसेंस लेना जरूरी होता है।
बगैर ले आउट बिक्री का चल रहा खेल
देखा गया है कि भू माफियाओं द्वारा रफ कागजों में लेआउट बनाकर लोगो को छोटे-छोटे टुकड़ों में बेच दिया जाता है, और जमीन खरीदने वाले को लेआउट नहीं दिया जाता है ऐसे में आगे चलकर जमीन को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती है ऐसे केस में ज्यादातर पीड़ित कोर्ट में जाने मजबूर हो जाते हैं।