शहर में किराने की दुकान से लेकर चाय की दुकान और मेडिकल स्टोरों पर बिक रही नशीली दवाइयां

रवि मिश्रा भिलाई: शहर में नशीली दवाइयों का कारोबार बड़े पैमाने में फल फूल रहा है। यह दवाइयां मेडिकल स्टोरों के साथ-साथ चाय पान और किराने की दुकानों में भी आसानी से मिल रही है। जिससे युवा तेजी से नशे की दलदल में घुसते जा रहे है। लेकिन विभाग को जानकारी होने के बाद ही कार्रवाई करने से परहेज कर रहा है। जिससे अधिकतर युवा इस सस्ते नशे के चक्कर में अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं। शहर के रहने वाले ही एक युवक ने बताया कि शहर के दर्जनों स्थानों में प्रतिबंधित और गैर प्रतिबंधित नशीली दवाइयां मेडिकल स्टोर, किराना की दुकान और चाय पान आदि की दुकानों पर आसानी से मिल रही है। शहर में कई जगहों पर थोक के भाव में खुलेआम जहर बेचा जा रहा है। दवा दुकानदार बगैर डॉक्टर की पर्ची के कई प्रतिबंधित दवाइयां लोगों को मुनाफा कमाने के चक्कर में दे रहे है। शहर के कई इलाकों में नशीली दवाइयों का अवैध कारोबार खूब फल फूल रहा है। दिन हो या रात खरीदने वाले खुलेआम दुकानों पर पहुंचते हैं और मनमाफिक नशे की दवा खरीदते है। वहीं ड्रक्स कंट्रोल विभाग की सुस्ती के कारण इन अवैध कारोबारियों पर लगाम नहीं लग पा रही है।जिसके चलते नशे के कारोबारियों के लिए यह कमाई का बड़ा जरिया बन चूका है। शहर में केम्प, खुर्सीपार, जामुल, बैकुंठधाम, छावनी सुपेला सहित अन्य जगहों पर खुलेआम ये अवैध कारोबार संचालित हो रहा है। जिसपर तत्काल लगाम लगाने की जरूरत है।

खासी की सीरफ बनी नसेड़ीयों की पहली पसंद
नशा करने वाले लोगों की सबसे पहली पसंद खांसी की सीरफ है।जिसमे कोरिन, कोरेक्स, टोरेक्स जैसे कफ सीरफ जो आम तौर पर 50 से 60 रूपये में मिलता है, इसे लेने के लिए डॉक्टर की पर्ची आवश्यक़ होती है। लेकिन नशेड़ी युवकों कों यही सीरफ बिना डॉक्टर के पर्ची के मुनाफा खोर तीन से चार गुना ज्यादा दाम पर बेच रहे है।

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