महादेव के ब्रांड एंबेसडर पुलिस के लाल,ज्यादा पाने की चाह में बन रहे खाईवाल
रविकांत मिश्रा दुर्ग:जिले में ऑनलाइन सट्टे का कारोबार खूब फलफूल रहा है। फूले भी क्यों नहीं। जब इसकी निगहबानी खुद पुलिस वाले कर रहे हैं। महादेव आईडी पर आधारित ऑनलाइन सट्टे के इस खेल से पुलिस विभाग के लोग जुड़कर खुद ब्रांड एम्बेसडर बन बैठे हैं। इसके चलते सट्टा-पट्टी लिखने वाले सटोरी इन ऑनलाइन सट्टे के ब्रांड एम्बेसडर्स से खासे परेशान हैं। शहर भर के सटोरियों के बीच इन ब्रांड एम्बेसडर चर्चा आम हो चुकी है। इतना ही नहीं पुलिस महकमे में भी दबी जुबान कानाफूसी शुरू हो चुकी है जो लोग पहले सटोरियों से हफ्तावसूली के लिए मशहूर थे। ज्यादा पैसे कमाने के लालच में अब खुद खाईवाल बनकर उनके पेट पर लात मार रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ऑनलाइन सट्टे की भनक पुलिस के बड़े आला अधिकारियों को लग चुकी है। इसमें पुलिस द्वारा इन सभी खाईवालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। जल्द ही इनपर कार्रवाई के संकेत मिल रहे है।
पहले समझ लीजिए क्या है महादेव की कहानी…
दुबई से एक महादेव बुक नाम की कंपनी ऑनलाइन संचालित होती है। जिसके द्वारा पूरे भारतवर्ष में लगभग 150 ऑनलाइन सट्टा खिलाने के सेंटर चलाए जा रहे है। जिसके माध्यम से कई ऑनलाइन वेबसाइट जैसे skyexchange247.com. Circketbet9.com ग्राहकों को उपलब्ध कराई जाती है। वेबसाइट में जाकर ग्राहक ऑनलाइन क्रिकेट मैच कैसीनो से सट्टा लगाते हैं। इनके द्वारा ग्राहकों को टेलीग्राम ऐप के माध्यम से बाजीगर ग्रुप से महादेव बुक कंपनी के माध्यम से चलाई जा रही विभिन्न प्रकार की साइटों में ऑनलाइन सट्टा लगाने के लिए बुकियों द्वारा ग्राहकों को व्हाट्सएप नंबर उपलब्ध कराया जाता है। डिजिटल फॉर्मेट के इस काले कारोबार में पकड़े जाने का कम रिस्क और पैसे की ज्यादा आवक ने वसूलीबाजों को खाईवाल बना दिया है।
त्रिदेव की महिमा सुनकर और देखकर पग चिन्हों पर चल रहे…
जिला पुलिस में एक त्रिदेव की तिगड़ी काफी मसहूर है। क्राइम से लेकर सिविल और थानेदार से बड़े अफसर तक की जू हजूरी में माहिर होने की वजह से पुलिस में भर्ती होने के बाद से चांदी काट रहे हैं। एेसा नहीं कि इनके कारनामे आम से लेकर खास लोगों तक पहुंचे नहीं हो। लेकिन अपनी चाटुकारिता और वसूली के हुनर से इनके 100 खून भी माफ हो जाते है। जब ऑनलाइन सट्टे ने जिले में पैर पसारना शुरू किया तो सबसे पहले इन्हीं त्रिदेवों ने हाथ आजमाए थे। इनसे प्रेरित होकर अब शहर के ज्यादातर वसूलीबाज महादेव के ब्रांड एंबेसडर बन गए हैं।