160 फीट ऊंचे शिवलिंग का महाभिषेक:मुंबई से आई क्रेन के सहारे चढ़ा 6 हजार लीटर दूध; बारिश के बीच लगे बोल बम के नारे
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अमरेंद्र सिंह
राजनांदगांव जिले में मां पाताल भैरवी मंदिर स्थित 160 फीट ऊंचे शिवलिंग का महाभिषेक गुरुवार को किया गया। इसके लिए मुंबई से क्रेन मंगाई गई थी। क्रेन के सहारे महाभिषेक किया गया। जिसमें सवा लाख लीटर पानी और 6 हजार लीटर दूध के अलावा हल्दी, चंदन और गुलाब जल भी इस्तेमाल किया गया। भारी बारिश में भी भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ।
शिवलिंग का अभिषेक 20 फीट ऊंचा और 45 फीट की चौड़ाई वाले कलश से किया गया। बर्फानी आश्रम के 11 पंडितों ने अभिषेक के दौरान मंत्रोच्चार किया। बारिश के चलते कार्यक्रम में देरी जरूरी हुई लेकिन उत्साह बरकरार था। जैसे ही क्रेन से जल और दूध चढ़ाया गया भक्तों ने बारिश के बीच ही बोल बम के नारे लगाए।
सबसे पहले मां पाताल भैरवी मंदिर में दोपहर 3 पूजा अर्चना की गई उसके बाद 50 फीट के कलश के माध्यम से भगवान भोलेनाथ जी के सबसे बड़े शिवलिंग का दूध, जल से अभिषेक किया गया। यह आयोजन कांग्रेस नेता तथागत पांडे और उसकी पूरी टीम की ओर से किया गया था।
मुंबई से आई, भव्य कलश भी बनाया गया
अभिषेक के लिए 20 फीट ऊंचा और 45 रनिंग फीट की चौड़ाई वाला जल-पात्र जिसे कलश के रूप में बनाया गया था। इसे चढ़ाने के लिए क्रेन भी मुंबई से बुलाई गई थी। बर्फानी सेवाश्रम समिति के भव्य मां पाताल भैरवी मंदिर में यह आयोजन किया गया।
मां पाताल भैरवी मंदिर की महिमा
छत्तीसगढ़ की संस्कारधानी के नाम से मशहूर राजनांदगांव में स्थित है मां पाताल भैरवी का मंदिर। इस मंदिर में लोगों की बहुत आस्था है। शिवलिंग के आकार में मंदिर का प्रांगण बनाया गया है। इसमें 3 खंड बने हैं। सबसे ऊपर के खंड में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन होते हैं। बीच के खंड में मां राजराजेश्वरी भव्य 9 रूपों में विराजित हैं। आखिरी खंड में पाताल भैरवी मां काली के दर्शन होते हैं। मां पाताल भैरवी मंदिर जमीन से 15 फीट नीचे बनाया गया है। मां के प्रतिमा की ऊंचाई 13 फीट है।
मंदिर के सिर पर एक बड़ा शिवलिंग दिखाई देता है, जिसके सामने नंदी की प्रतिमा लगाई गई है। मंदिर में स्फटिक शिवलिंग की स्थापना की गई है। मंदिर में 14 फीट ऊंची शिवजी की प्रतिमा भी स्थापित है। यहां नवरात्र के दिनों में न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि दूसरे राज्यों से भी श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
इस आयोजन में मुख्य रूप से सनातन धर्म रक्षक समिति के मुख्य संयोजक संतोष पटाक, राजेश मारू, विनोद पांडे योगेश बागड़ी विनोद मिश्रा सैकड़ों की संख्या में भोलेनाथ के भक्तों ने धर्म लाभ लिया।