दु्र्ग जिले में डेंगू के 30 दिन में 70 मरीज:कई घरों में मिल चुके हैं लार्वा, स्वास्थ्य विभाग की टीम जुटा रही जानकारी
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अमरेंद्र सिंह
दुर्ग जिले में डेंगू नाम की बीमारी भयावह रूप धारण करती जा रही है। यहां बीते एक माह की बात करें तो अब तक 70 से अधिक मरीज डेंगू के मिल चुके हैं। ऐसे में स्वास्थ्य महकमा भी परेशान है। इससे बचाव के लिए टीमों को अलर्ट किया जा रहा है। साथ ही साथ रायपुर से भी यहां जीएफएटीएम की टीम पहुंची है।
बीते गुरुवार को 7 मरीज सामने आ चुके हैं। इसे रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की एक टीम घर-घर जाकर डेंगू के संबंध में लोगों को जानकारी दे रही है। ये टीमें सभी घरों में जांच भी कर रही है। टीम की माने तो उन्हें अब तक कई घरों में लार्वा मिल चुके हैं। बढ़े डेंगू के मरीजों को देखते हुए रायपुर से गुरुवार को जीएफएटीएम के राज्य सलाहकार शैलेंद्र कुमार मिश्रा पहुंचे। उनकी टीम ने भिलाई टाउनशिप के सेक्टर 2 का जायजा लिया।
इस दौरान उनके साथ जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर सीबीएस बंजारे, बीएसपी के महाप्रबंधक केके यादव, आरके गुप्ता, उपमहाप्रबंधक, स्वास्थ्य विभाग सीपीएम भिलाई, तुसार वर्मा, डॉक्टर पीयाम सिंह भी मौजूद रहे। इन सभी की मौजूदगी में घर-घर सर्वे के साथ-साथ दवा छिड़काव का काम भी किया गया।
सामान्य टीम को नजर नहीं आ रहे डेंगू के लार्वा
आपको बता दें कि रायपुर से आई टीमों ने जब सेक्टर 2 स्थित 30 से अधिक घरों को सर्वे किया तो इस दौरान उन्होंने यहां पानी के स्रोत और जमा पानी की जांच भी की। जांच के दौरान टीम ने 7 घरों के टंकी के पानी में लार्वा पाया। इससे पहले जो टीमें इन घरों में जांच करने पहुंची थी उन्होंने लार्वा न होने का दावा किया था। इससे साफ हो जा रहा है कि सामान्य टीमें डेंगू के लार्वा को नहीं पकड़ पा रही हैं। ऐसा कर पाती तों काफी पहले ही डेंगू के इन स्रोतों को पकड़ लेतीं।
एक दिन में मिले 7 डेंगू पॉजिटिव
रायपुर से आई टीमों ने जब सेक्टर 2 क्षेत्र की जांच की तो यहां 7 डेंगू के नए मरीज भी मिले। इन मरीजों में सेक्टर 2 के साथ, नेहरू नगर, शंकर पारा, रामनगर, शांतिनगर और मपारा (जामुल) के मरीज शामिल हैं। वहीं वर्तमान में डेंगू के 17 मरीज अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। राहत की बात यह है कि इनमें से किसी भी स्थिति गंभीर नहीं है।
निगम और बीएसपी की टीम होने के बाद भी डेंगू
आपको बता दें कि भिलाई टाउनशिप में साफ सफाई से लेकर बिजली, पानी स्वास्थ्य सभी सेवाएं बीएसपी खुद मुहैय्या कराता है। इसके साथ ही भिलाई नगर निगम भी इसे अपना क्षेत्र मानकर सफाई, पानी, स्वास्थ्य और अन्य सुविधाओं के नाम पर कई करोड़ रुपए हर साल खर्च करता है। इतना होने के बाद भी यहां डेंगू का लार्वा मिलना यह साबित करता है कि दोनों एजेंसी सही तरीके से स्वास्थ्य और सफाई के क्षेत्र में काम नहीं कर रही हैं।