गांजा तस्करी में अब युवतियों का इस्तेमाल कर रहे स्मगलर्स, हर खेप के 10 हजार रुपए
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अमरेन्द्र सिंह
गांजा तस्करी के लिए तस्कर अब नए-नए पैंतरे अपना रहे हैं। पुलिस ने एक ऐसी युवती को गिरफ्तार किया है जो गांजा तस्करी कर रही थी। इससे पहले भी युवती ने गांजा तस्करी की बात को कबूला है।
गांजा तस्करों ने पुलिस का ध्यान भटकाने और कार्रवाई से बचने के लिए नया पैंतरा अपनाया है। अब वे युवतियों से गांजा तस्करी करवा रहे हैं। एक बार कहीं गांजा पहुंचाने पर उन्हें 10 हजार रुपये मेहनताना दे रहे हैं। हाल ही में उतई पुलिस ने राजनांदगांव निवासी एक युवती को 10 किलो गांजा के साथ गिरफ्तार किया था। युवती रायपुर से गांजा लेकर आ रही थी। पूछताछ में उसने पुलिस को जानकारी दी थी कि वह एक बार रायपुर से गांजा लेकर राजनांदगांव जा चुकी हैं। इसके एवज में उसे 10 हजार रुपये दिया गया था। इसके बाद वह दूसरी बार गांजा लेकर राजनांदगांव जा रही थी।
करीब सप्ताहभर पहले उतई पुलिस ने ग्राम भड़सेना अंबागढ़ चौकी जिला राजनांदगांव निवासी निकिता ठाकुर को 10 किलो गांजा के साथ गिरफ्तार किया गया था। आरोपित निकिता ठाकुर रायपुर से गांजा लेकर डोंगरगढ़ जा रही थी। उसने रायपुर निवासी सुनील सोनवानी नाम के तस्कर से गांजा की खेप ली थी और उसे डोंगरगढ़ में पिंटू नाम के तस्कर तक पहुंचाने वाली थी। आरोपित निकिता ठाकुर ने ये भी बताया था कि वह इसके पहले एक बार और गांजा की खेप लेकर उसे राजनांदगांव छोड़ चुकी है। इसके एवज में पिंटू ने उसे 10 हजार रुपये दिए थे। इस बार भी वह गांजा लेकर पहुंच जाती तो उसे 10 हजार रुपये मिलते।
आरोपित के बयान के आधार पर पुलिस ने बाकी तस्करों को भी पकड़ने का दावा किया था, लेकिन अब तक किसी और आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। साथ ही गिरफ्तार आरोपित निकिता ठाकुर के बयान से यही सिद्ध हो रहा है कि तस्कर अब पुलिस से बचने के लिए लड़कियों का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि पुलिस को यह संदेह न हो कि अब इस काम में लड़कियां भी उतर चुकी हैं।