भिलाई/ जामुल थाना: कब तक हरिजनों पर होता रहेगा अत्याचार? पुलिस विभाग क़ी कार्यशैली है संदिग्ध, सतनामी परिवार पर आरोपियों और पुलिस विभाग का टूटा क़हर

भिलाई/प्राप्त जानकारीनुसार विगत दिनों हाउसिंग बोर्ड में एक सतनामी समाज के परिवार के ऊपर पड़ोसियों का कहां टूटा जिसमें सरेआम ना केवल आरोपियों ने लाठियां भांजी बल्कि पुलिस विभाग के आरक्षक ने भी नशे में धुत होकर जमकर लाठी भांजी। जिसको लेकर आम जनता में जमकर आक्रोश है पुलिस विभाग की भारी किरकिरी हो रही है जिसकी शिकायत हाउसिंग बोर्ड निवासी प्रार्थी अश्वनी आगरे ने जामुल थाना और हरिजन थाना में लिखित शिकायत की है। जिसका विवरण कुछ इस प्रकार है प्रार्थीया अश्विनी आगरे जौजे सुदर्शन लाल, शासकीय स्कूल के सामने, वार्ड – 26 भिलाई, जिला – दुर्ग में निवास करती है घटना 5 मार्च 2021 के संध्या लगभग 7:30 से 8:00 बजे के दौरान की है। जब प्रार्थी या के पति सुदर्शन लाल दूध देने मोहल्ले में गए तो वहां पर उपस्थित मुंशीलाल, मनीष, विनोद, शशि चौधरी ने जातिसूचक गालियां सतनामी,चमार,हरिजन इत्यादि कहा और जान से मारने की धमकी भी दी। इस दौरान पीसीआर वैन में आए आरक्षक टी. संजय कुमार ने दोनों पक्षों को समझाइश देने की बजाय एक पक्षीय ताबड़तोड़ लाठियां चलाई जिसमे सुदर्शन लाल का दाहिना हाथ टूट गया। जामुल थाना के आरक्षक ने इन लोगों को सतनामी, चमार, हरिजन और भी अश्लील गालियां बकी। यहां एक तरफा कार्रवाई को अंजाम दिया इसको लेकर ना केवल स्थानीय लोगों में बल्कि पूरे सतनामी समाज में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है जब प्रार्थी अपने पति के साथ जामुल थाना शिकायत दर्ज करवाने पहुंची तो वहां पर उपस्थित ड्यूटी ऑफिसर प्रमोद सिंह ने और आरक्षक टी. संजय कुमार ने ठोस कार्रवाई ना करते हुए मामले को काउंटर केस बना दिया। इससे यह प्रतीत होता है कि उक्त आरोपियों को कहीं ना कहीं से पुलिस विभाग का संरक्षण प्राप्त है और यह कार्य पूरी साजिश के तहत किया गया है। जामुल थाना मे न्याय न मिलने पर श्रीमती अश्वनी ओगरे ने हरिजन थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।अब देखना यह है कि विभाग क्या कार्रवाई करता है ? जब हमने जानकारी ली तो प्रार्थी का कहना है कि आरोपियों के साथ मिलकर आरक्षक कुमार ने नशे में धुत होकर एक तरफा लाठी चलाई जबकि वहां पर कोई जिम्मेदार अधिकारी उपस्थित नहीं था ऐसे में आरक्षक का लाठी चलाना कितना न्याय उचित है। प्रार्थी और उसके परिवार पर जान का खतरा बरकरार है इन्होंने जिले के अति ईमानदार एवं कर्तव्यनिष्ठ जिला पुलिस अधीक्षक और दुर्ग आईजी से हमारे न्यूज़ के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई है और ना केवल आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई वरन उक्त पुलिसकर्मियों पर भी कड़ी कार्रवाई की मांग की है उन्हें विश्वास है कि जिला पुलिस अधीक्षक और दुर्ग आईजी से अवश्य ही न्याय मिलेगा।

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