सूबे के मुखिया का ताम्रपत्र दिखाकर ठेका तो मिला, पर काम लेने के दूसरे दिन दुमदमाकर भागे ठेकेदार साहिब…
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दुर्ग: महिला बाल विकास विभाग में रायपुर के एक ठेकेदार साहब की महिमा का खूब बखान हो रहा. दरअसल इन साहब की सरकार में किसी के माध्यम से सीधे सूबे के मुखिया तक पहुंच थी, सो उसी का फायदा उठाकर साहिब ने ठेकेदार साहिब बनने का फैसला ले लिया और सीधे सूबे के मुखिया के नाम का ताम्रपत्र बनवा लाए. काम करने के लिए दुर्ग जिले में घुसपैठ करने पहुंच गए. विभाग में ताम्रपत्र दिखाकर अफसरों पर धौस जामाने लगे. लेकिन अफसर तो अफसर ही होते हैं. उनके पास तो हर मर्ज की दवा होती है. सो उन्होंने ठेकेदार साहिब को एक पूरी परियोजना के आंगनबाड़ी केंद्रों की रंगाई-पुताई का काम थमा दिया. काम मिलने पर साहिब भी खूब गदगद हो गए. ठेकेदार करने के लिए आतुर साहिब ने पूरी फौज आंगनबाड़ी केंद्रों की रंगाई-पुताई में लगा दी. चंद दिनों में दर्जनभर केंद्रों को साहिब के आदमियों ने चमका दिया. लेकिन जब साहिब ने आदमियों का खर्चा और अपनी बचत की गणना की तो साहिब को होश फाक्ता हो गए, क्योंकि एक केंद्र पर उन्हें मात्र 3 हजार रुपए मिलना था और खर्चा 5 हजार कर बैठे. तत्काल अपना बोरिया बिस्तरा बांधा और दोबार बैक टू पवेलियन हो गए!