भिलाई:खुर्सीपार जोन2 नगर निगम के अंतर्गत आने वाले बापू नगर में बने अवैध मकान को तोड़ने से रोकने वाला कौन? निगम के आला अधिकारियों को एक युवा नेता की धमकी, मनचाहा काम नहीं हूआ तो करवा देंगे तबादला।
भिलाई/खुर्सीपार बापू नगर में देशी शराब दुकान के पास बने मकान को गिराने परमिशन के साथ निगम अधिकारी व पुलिस बल पंहुचा तो किसी राजनैतिक संरक्षण प्राप्त युवा नेता द्वारा फ़ोन पर ही चर्चा कर तोड़ने से रुकवा दिया गया
जिसमे वीरेंद्र चौबे द्वारा आवेदन देकर बताया गया था की उपरोक्त भूमि उसकी अपनी है वही एक व्यक्ति द्वारा कब्जा कर लिया गया है लेकिन पट्टे वह सबूतों के साथ छेड़ छाड़ करके मामले को निगम में दबा दिया गया था जिसमें आवेदक वीरेंद्र चौबे ने जाँच दस्तावेजों की सत्यापित प्रतिलिपि के साथ आवेदन दिया था जहाँ निगम और आरआई , पटवारी ने भी लिखित में बताया की उपरोक्त पट्टे के मालिक के नाम के साथ छेड़ छाड़ की गई है मामला थाने पंहुचा वहाँ भी दस्तावेजों के साथ गड़बड़ी होना बताया गया
अनावेदकों पर होना था 420 की धारा के तहत कार्यवाही
अनावेदकों पर होना था 420 की धारा के तहत कार्यवाही लेकिन पुनः युवा नेता के दबाव में मामले को निपटता दिया गया।
आवेदक चौबे द्वारा श्रीमान जिलाधीश को पुनः आवेदन दिया जिसमे जाँच हेतु के के शर्मा, आरआई प्रदीप सिंह वह डिप्टी कलेक्टर 24 /03 /2021 को जाँच करने आए तो युवा नेता खुद निगम अमले के साथ अनावेदकों का पक्षकार बन पक्षपात करने आकर पूरी रिपोर्ट फाइल बनाने लगा ।प्रार्थी वीरेन्द्र चौबे अपने हक़ की लड़ाई के लिए मुख्यमंत्री ,गृहमंत्री नगरीय निकाय मंत्री से भी गुहार लगा चुके है, लेकिन युवा नेता के दबाव में अधिकारी धौस धमकी वह तबादले के डर से प्रार्थी की मदद करने से कतरा रहे है।
क्या किसी के दबाव मे आकर अधिकारियो का काम करना सही है?
अब सवाल ये उठता है क्या किसी छुटभैया युवा नेताओं का इतना खौफ हो गया है की अब परमिशन होने के बाद भी अवैध ढंग से बनाये गए मकान को नहीं गिराया जा सकता क्यूकी शहर मे युवा नेताओं की भरमार है, हर गल्ली मुहल्ले मे ये युवा नेता अपनी धौंस दिखाकर प्रशासन को कार्यवाही करने से रोकते है इन छुटभैये नेताओं पर कब कार्यवाही होंगी जो खुलेआम लोगो को धमकिया दे रहे है और प्रशासन के कार्य मे बाधा उत्पन्न कर कार्य को प्रभावित कर रहे है?