छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस की प्रभारी ने खुद को बताया पूर्व नक्सली, भाजपा ने घेरा
रायपुर ब्यूरो। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के चंगुल से सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह की घर वापसी के बाद नया विवाद खड़ा हो गया है। छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस की प्रभारी धनश्री अनुसुइया ने अपने आधिकारिक टि्वटर हैंडल पर खुद को 11 साल तक नक्सली होना बताया है। अब भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर प्रदेश सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। अनुसुइया तेलंगाना के मुलुग विधानसभा से कांग्रेस विधायक हैं। भाजपा नेताओं ने अनुसुइया के ट्वीट को कोड करते हुए कांग्रेस का हाथ नक्सलियों के साथ…लिखा है। भाजपा विधायक सौरभ सिंह ने कहा कि यही कांग्रेस का असली चेहरा है।
सौरभ ने कहा कि यह कांग्रेस का नक्सलियों से कनेक्शन है। सौरभ ने पूछा कि धनश्री जिस क्षेत्र की विधायक हैं। वह छत्तीसगढ़ के बार्डर से कितनी दूरी पर है। सौरभ के ट्वीट पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रतिक्रिया दी है। धनश्री छत्तीसगढ़ के बीजापुर से 180 किलोमीटर दूर की विधायक है।
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो राकेश्वर सिंह की रिहाई में उनकी भी भूमिका हो सकती है। ऐसा नहीं है कि भाजपा नक्सलियों के समर्थन का आरोप कांग्रेस पर पहली बार लगा रही है। छत्तीसगढ़ भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया, हर आतंक की जड़ में अंतत: कांग्रेस का संबंध होता है। दुर्दांत नक्सली रही कांग्रेस की विधायक को देखें। विधायक हो जाने के बावजूद वे अपने को नक्सली रहे होने को तमगा की तरह लटकाए चल रही है। गर्व है इन्हें अपनी नक्सल पृष्ठभूमि पर, क्या कहें। भाजपा आइटी सेल के प्रदेश अध्यक्ष दीपक म्हस्के ने कहा कि तेलंगाना की विधायक और छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस की प्रभारी धनश्री अपने असली लक्ष्य के बेहद करीब पहुंच चुकी प्रतीत हो रही है।
उन्होंने अपना और कांग्रेस पार्टी का नारा भी बुलंद कर दिया है, जो है 11 साल नक्सलियों के नाम। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि 11 साल नक्सलियों के नाम करने वाली ये कांग्रेस नेत्री अपनी पार्टी की दिशा और दशा का वर्णन स्वयं कर रही हैं।